Considerations To Know About Shiv Chalisa

अर्थ- हे गिरिजा पुत्र भगवान श्री गणेश आपकी जय हो। आप मंगलकारी हैं, विद्वता के दाता हैं, अयोध्यादास की प्रार्थना है प्रभु कि आप ऐसा वरदान दें जिससे सारे भय समाप्त हो जांए।

पण्डित त्रयोदशी को लावे। ध्यान पूर्वक होम करावे ॥

त्रिपुरासुर सन युद्ध मचाई। सबहिं कृपा कर लीन बचाई॥

योगी यति मुनि ध्यान लगावैं। शारद नारद शीश नवावैं॥

शबरी सँवारे रास्ता आएंगे राम जी - राम भजन

नासै रोग हरे सब पीरा। जपत निरन्तर हनुमत बीरा।।

कंबु – कुंदेंदु – कर्पूर – गौरं शिवं, सुंदरं, सच्चिदानंदकंदं ।

दुर्गम काज जगत के जेते। सुगम अनुग्रह तुम्हरे तेते।।

लोकनाथं, शोक – शूल – निर्मूलिनं, शूलिनं मोह – तम – भूरि – भानुं ।

ॠनिया जो कोई हो अधिकारी। पाठ करे सो पावन हारी॥

अर्थ: हे प्रभू आपने तुरंत तरकासुर को मारने के लिए षडानन (भगवान शिव व पार्वती के पुत्र कार्तिकेय) को भेजा। आपने ही जलंधर (श्रीमद‍्देवी भागवत् पुराण के अनुसार भगवान शिव के तेज से ही जलंधर पैदा हुआ था) नामक असुर का संहार किया। आपके कल्याणकारी यश को पूरा संसार जानता है।

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श्रावण मास विशेष : शिव बिल्वाष्टकम् का पाठ,देगा मनचाहा लाभ

Lord, in the event the ocean was churned plus the deadly poison emerged, out read more of Your deep compassion for all, You drank the poison and saved the world from destruction. Your throat grew to become blue, As a result You are often called Nilakantha.

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